लगता है कि आजकल हिन्दी ब्लागिंग की ग्रहदशा कुछ ठीक नहीं चल रही । मुश्किल से ऎसा कोई दिन निकलता होगा, जो कि सही सलामत गुजर जाए वर्ना तो हर रोज कुछ न कुछ लगा ही रहता है । आज ओर एक नया बखेडा खडा हो गया । आप ये न सोचिए कि मैं किसी आपसी विवाद/मतभेद की बात कर रहा हूँ । विवाद और हिन्दी ब्लागिंग का तो अब आपस में चोली दामन का साथ हो गया है बल्कि अब तो विवादों/मतभेदों से भी कहीं आगे नौबत आपस में जूतमपैजार तक आ चुकी है। लेकिन ये सब तो ऎसे ही चलता रहने वाला है ।
मैं यहाँ बात कर रहा हूँ एक समस्या की जिसने कि मुझे आज दिनभर से परेशान कर रखा है । पहले तो सुबह से ही चिट्ठाजगत साईट नहीं खुल रही थी ओर बाद दोपहर में ब्लागवाणी ने भी काम करना बन्द कर दिया है । हम तो जैसे ही ब्लागवाणी की साईट को खोलने का प्रयास करते हैं तो सामने स्क्रीन पर एक ही मैसेज दिखाई पडता है "रिपोर्ट की गई हमला साईट" । अब किसी को पता हो कि ये सब क्यूँ हो रहा है? कैसे हो रहा है? किस लिए हो रहा है? तो भई जरा बताने की कृ्पा करें ।
13 टिप्पणियां:
वत्स जी,
चिट्ठाजगत में तो बहुत दिनों से कुछ गड़बड़ है। खुलने में ही काफी समय ले लेता है।
ब्लागवाणी तो अभी खोला है, ठीक ही लग रहा है।
ब्लॉगवाणी का यह मैसेज फायर फॉक्स पर आ रहा है. आई ई पर लोगों का कहना है कि ठीक चल रहा है. ब्लॉगवाणी को उचित कार्यवाही हेतु सूचित कर दिया गया है. जल्द ही समस्या का निदान होना चाहिये. निवारण कार्य प्रगति पर है.
किसी हैकर की शैतानी थी पर अब तक तो सब कुछ ठीक हो गया है वत्स जी।
...Chaliye ab to shanti hai.
वत्स साहब हमारे दुबई में तो ब्लोगवानी ठीक खुल रहा है ............ अभी अभी खोल कर देखा है मैने ........
हा आपका लिखने का अंदाज़ बहुत मजेदार है ..... "हिन्दी ब्लागिंग की ग्रहदशा कुछ ठीक नहीं चल रही" ... "विवाद और हिन्दी ब्लागिंग का तो अब आपस में चोली दामन का साथ हो गया है बल्कि अब तो विवादों/मतभेदों से भी कहीं आगे नौबत आपस में जूतमपैजार तक आ चुकी है"....
कभी कभी ऐसा भी होना चाहिये
ऐसी कोई घटना फ़िलहाल मेरे साथ तो घटित नही हुई है और वैसे भी बहुत कम काम कर पाता हूं ।इसके पहले वाली पोस्ट भी आपकी पढी एक बार मैने जब अपना खाता खोला तो उसने कहा कि आपको पासवर्ड दुबारा भरना पडेगा मैने भर दिया ।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
चलो हमे भी पता चल गया कि ऐसा हो जाता है धन्यवाद्
पंडित वत्स जी, बहुत-बहुत बधाई।
आप 'तस्लीम' चित्र-पहेली में लगातार दूसरी बार विजेता चुने गये हैं
हम तो नेट से इन दिनो मे दूर थे सो पता ही नही चल पाया कि क्या हुआ था ।
पंडित वत्स जी, बहुत-बहुत बधाई।
आप 'तस्लीम' चित्र-पहेली में लगातार दूसरी बार विजेता चुने गये हैं
अभी खोल के देखता हुं .
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