ये ठीक है कि यहाँ ब्लागजगत में आज बहुत से ब्लागर इस प्रकार की शैली को अपना रहे हैं, जो आपस में विद्वेष और कटुता बढा रही है और लोगों को अच्छाई की अपेक्षा बुराई की ओर ले जा रही है। लेकिन इसमें भी मैं दोष पढने वाले व्यक्ति का ही अधिक मानता हूँ। क्यों कि आज व्यक्ति का दृ्ष्टिकोण ही इस प्रकार की भाषा को चाहता है। यह तो संसार है, इसमें अच्छा-बुरा सब कुछ है। वास्तव में देखा जाए तो अच्छा और बुरा कुछ भी नहीं। किसी चीज को अच्छे और बुरे की पदवी भी हमारा दृ्ष्टिकोण ही देता है। हम यहाँ हैं तो हमें अपनी रूचि के अनुसार विषयवस्तु और विचार को चुनना है। हमारी रूचि, हमारा दृ्ष्टिकोण ऎसा होना चाहिए कि जिससे हम उन्ही बातों को ग्रहण कर सकें जिनसें हमारा मन, बुद्धि, जीवन, समाज एवं राष्ट्र का विकास हो सके।
देखा जाए तो ब्लागिंग आज के युग में ज्ञान बढाने का एक सर्वसुलभ एवं सर्वोत्तम साधन बन चुका हैं। हमें चाहिए कि हम इसका अधिकाधिक लाभ उठा सकें, इसकी सार्थकता को समझने का प्रयास करें ताकि अपने एवं समाज के विकास में महती भूमिका अता कर सकें न कि सिर्फ फालतू के विवादों को जन्म देकर अपनी बेशकीमती उर्जा एवं अमूल्य समय को यूँ व्यर्थ में नष्ट किया जाए।
गूगल कृ्पा भई ब्लाग बनाया, लोग कहैं यह मेरा है न यह तेरा न यह मेरा, चिडिया रैन बसेरा है!!
23 टिप्पणियां:
भाई मैं आपसे एक दम सहमत हूं. आपके विचार का समर्थन करता हूं.
बढ़िया आलेख!
दोहा भी सटीक है!
बहोत बढिया पोस्ट
भगवान परशुराम जयंती की बधाई
राम राम
कभी कभी हम खुद कटुता मोल ले लेते है ... वैसे बढ़िया लिखा है... आभार
जय परशुराम जी
आपसे सहमत
कती ठीक कह रहे हो पण्डित जी,
ना तेरा ना मेरा।
महाराज की जय हो।
आपसे सहमत है महाराज
bilkul sahi kaha.........sabko samajhna chahiye.
भगवान करे इस आलेख का हम सभी पे असर हो। आभार!
बहुत सही बात कही है महाराज |देखते है कितनो पर इसका असर होता है |
न यह तेरा न यह मेरा, चिडिया रैन बसेरा है!
-सत्य वचन!
लाभ ही तो उठा रहे हैं सभी अपने अपने ढंग से
बहोत बढिया पोस्ट
भगवान परशुराम जयंती की बधाई
राम राम
@महफूज जी,
शुक्र है! वैरी गुड से पीछा तो छूटा :-)
सलाम्!
बहुत बढ़िया आलेख है पंडित जी !! आपसे पूरी तरह सहमत हूँ !!
आमीन...
सहमत! अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं!
बिल्कुल सहमत हैं पण्डित जी आपसे!
हमें यह भी विश्वास है कि हिन्दी ब्लोग की यह स्थित अस्थाई है।
आपके विचार उत्तम हैं , जरुरत है इसको अमल में लाने की ।
aapne theek likha hai .. bahut kuch khud par nirbhar hai ... yadi sahi upyog kiy jaye to ek shashakt maadhyam hai har baat ke liye ...
हमेँ इस ब्लॉग के नाम पर आपत्ति है !!
इतना अच्छा आलेख, इतना अच्छा ब्लॉग और इतना अच्छा ब्लोगर और ऐसा नाम !!
सच में हम आहत हुए.
यह भी सही है कि आपने ही चुना होगा पर ऐसा नाम !!
हम आपके लिखे हुए को बकवास नहीं समझते.
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