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शुक्रवार, 2 जनवरी 2009

तमाशबीन

बहुत पहले कहीं शायद किसी पत्रिका में पढा था कि एक बार विंस्टन चर्चिल किसी सभा को संबोधित कर रहे थे।

तभी उनके एक मित्र ने उनसे कहा, देखिये आपकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि 10 हजार लोग आपका भाषण सुनने के लिए एकत्रित हुए है।

तब चर्चिल बोले, दरसल यह सब तमाशबीन है। यदि किसी दिन मुझे फांसी देने की घोषणा हो जाए तो इसी जगह 1 लाख लोग इक्कठे हो जाएंगे। यह तो केवलमात्र तुम्हारा भ्रम है कि ये सब मेरे प्रशंसक है।

काश आज के राजनेताओं में भी इतनी समझ हो पाती.

7 टिप्‍पणियां:

विवेक सिंह ने कहा…

ठीक कहा पण्डित जी !

Unknown ने कहा…

bahut shai kaha...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

बहुत ही सार्थक बात है. aksar aisaa ही hotaa है

कडुवासच ने कहा…

...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

योगेन्द्र मौदगिल ने कहा…

वाहवा.... क्या बात है.. महाराज........ जय हो......

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत सुंदर बात आप ने कह दी.
धन्यवाद

Smart Indian ने कहा…

यही सच है!

www.hamarivani.com
रफ़्तार